विपरीत दिशा में आ रहे ऑटो की कार से हुई भिड़ंत, ऑटो चालक हुआ गंभीर रूप से घायल।

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सड़क सुरक्षा नियमों को ताक पर रखकर गलत दिशा में आ रहे ऑटो और कार में हुई आमने-सामने जबरदस्त भिड़ंत, ऑटो चालक गंभीर रूप से हुआ घायल।

–ट्रैफिक नियम को लेकर लोगों को लगातार किया जा रहा हैं जागरूक : डीसीपी ट्रैफिक* 

नोएडा – कोतवाली सेक्टर -49 क्षेत्र स्थित सिटी सेंटर के पास विपरीत दिशा से आ रहा ऑटो और स्विफ्ट डिजायर कार में हुई जबरदस्त भिड़ंत होने से ऑटो के परखच्चे उड़ गए हैं और ऑटो चालक गंभीर रूप से घायल हो गया जिसे दूसरे ऑटो से घायल ऑटो चालक को अस्पताल भिजवाया गया, जिससे उसकी जान बच गई है। लेकिन जल्दबाजी के चक्कर में शॉर्टकट का सहारा लेकर विपरीत दिशा में वाहन दौड़ाना कभी-कभी जानलेवा साबित हो जाता है। उनकी ये हरकत अपने साथ दूसरों की जान भी जोखिम में डालती हैं। नोएडा के डीसीपी ट्रैफिक का कहना है कि ट्रैफिक नियम को लेकर लोगों को लगातार जागरूक किया जा रहा और चालान भी किया जा रहा है।

बीते साल हुए 5,88,345 चालान में से 61357 विपरीत दिशा में वाहन चलाने वाहन चालकों के काटे गये चालान।

आपको बता दें कि सिटी सेंटर के पास विपरीय दिशा से आ रहे ऑटो और स्विफ्ट डिजायर कार में हुई आमने-सामने की जबरदस्त भिड़ंत के बाद वाहनों की हालत को देख अंदाजा लगाया जा सकता जल्दबाजी के चक्कर में शॉर्टकट का सहारा कितना जानलेवा साबित हो सकता था. इस सड़क हादसे के बाद सड़क पर जाम भी लग गया. ट्रैफिक विभाग के आंकड़ों के अनुसार हाईवे पर सबसे अधिक एक्सीडेंट विपरीत दिशा में ड्राइविंग की वजह से होते हैं। इन आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल 5,88,345 वाहन चालकों ने सभी तरह के नियम तोड़े थे जिनमें से 61357 लोग के चालान विपरीत दिशा में वाहन चलाने की वजह से काटे गये थे।

नोएडा के डीसीपी ट्रैफिक अनिल कुमार यादव ने बताया कि सड़क दुर्घटनाओं को लेकर ट्रैफिक विभाग लोगों को लगातार जागरूक कर रहा और पिछले पांच जनवरी से आगामी चार फरवरी तक उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में सड़क सुरक्षा माह का आयोजन भी किया जा रहा हैं जिसमें विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से आम जनमानस को सड़क सुरक्षा के नियमों के प्रति जागरूक करने का लगातार प्रयास किया जा रहा हैं साथ ही सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन न करने वाले लोगों का चालान भी किया जा रहा है। वही विपरीत दिशा में ड्राइविंग न करने को लगातार जागरूक किया जाता है। कार्रवाई भी की जाती है। इसके बाद भी लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आते और जल्दबाजी के चलते विपरीत दिशा में ड्राइविंग कर अपनी व दूसरों की जान जोखिम में डालते हैं।