24 गांवों के किसानों का 18 वें दिन भी अनिश्चितकालीन धरना जारी।
हाथों में जलती हुई कैंडल ले किया प्रोस्टेट, जेल भेजे गए किसानों कि बिना शर्त रिहाई कि कर रहे मांग।
ग्रेटर नोएडा – जारचा थाना क्षेत्र स्थित रसूलपुर गांव में एनटीपीसी से प्रभावित 24 गांवों के किसान अपनी मांगों और जेल भेजे गए किसानों की बिना शर्त रिहाई की माँग को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए है जिनका लगातार 18 वें दिन भी धरना जारी है उनका साफ तौर पर कहना है कि जेल भेजे गए किसानों की बिना शर्त रिहाई और उनकी मांगों को जब तक पूरा नहीं किया जाएगा तब तक उनका आंदोलन लगातार चलता रहेगा। किसानों ने जेल भेजे गए किसानों की रिहाई की मांग को लेकर कैंडल प्रोस्टेट भी किया और जमकर नारेबाजी की।
किसानों की रिहाई और अपनी मांगों को लेकर अनिश्चित कालीन धरने के 18 वें दिन धरने की शुरुआत हवन के साथ हुई और शाम को किसानों ने जेल भेजे गए अपने साथियों की रिहाई की मांग को लेकर कैंडल प्रोस्टेट भी किया और जमकर नारेबाजी की . बुधवार को किसानों के 30 सदस्य प्रतिनिधि मंडल से एनटीपीसी दादरी, जिला प्रशासन ने बातचीत की थी लेकिन यह बातचीत सफल नहीं हो पाई. रसूलपुर गांव में किसानों ने पंचायत की गई जिसमें यह निर्णय लिया गया कि जल्द ही पुलिस कमिश्नर कार्यालय का घेराव किया जाना प्रस्तावित था . लेकिन भारतीय किसान परिषद के मीडिया प्रभारी अशोक चौहान ने बताया कि प्रशासन ने संदेश भिजवाया हैं कि किसानों के साथ न्याय किया जाएगा इसके बाद 24 गांव के किसानों ने विचार विमर्श करते हुए निर्णय लिया कि 18 तारीख को होने वाला कमिश्नरेट का घेराव फिलहाल टाल दिया गया हैं।
आपको बता दें कि जब एनटीपीसी के लिए 24 गांवों के किसानों की जमीन अधिग्रहण की गई थी उस समय किसानों को एक समान मुआवजा नहीं दिया गया था। उसी को लेकर किसान अभी भी आंदोलन कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि भू अधिनियम 1994 के तहत उच्च न्यायालय के आदेश के अनुरूप 1986 से 1995 तक अधिग्रहण से प्रभावित किसानों को एक समान मुआवजा दिया जाए। एनटीपीसी प्लांट के पास रसूलपुर गांव में किसान 1नवंबर को एनटीपीसी प्लांट पर धरना प्रदर्शन कर रहे थे उसी दौरान पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज और वाटर कैनन से पानी की बौछार कर दी। इसमें कई महिलाओं सहित एक दर्जन से अधिक किसान घायल हो गए। साथ ही 500 किसानों पर मुकदमा दर्ज किया गया और किसान नेता सुखबीर खलीफा सहित एक दर्जन किसानों को जेल भेज दिया।
एनटीपीसी से प्रभावित 24 गांवों के किसान एनटीपीसी प्लांट के पास रसूलपुर गांव में तब से किसान आंदोलन कर घरना दे रहे हैं और उनका साफ तौर पर कहना है कि जेल भेजे गए किसानों की बिना शर्त रिहाई और उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा तब तक उनका आंदोलन लगातार चलता रहेगा। किसानों ने जेल भेजे गए किसानों की रिहाई की मांग को लेकर कैंडल प्रोस्टेट भी किया और नारे भी लगाये.